कैसे बिगडती है बात
वह एक लेखक था, स्तंभकार था, गीतकार था और फ़िल्में भी बनाता था / पर यह सब उसकी वृत्ति (PROFESSION ) नहीं प्रवृत्ति थी / पुरखो का दिया हुआ काफी कुछ था , उसके पेट के लिए रोटी, तन के लिए कपडे और रात को सर पर एक छत के लिए / उसने ठान रखी थी , समाज को वह बदल देगा अपनी रचनात्मकता के सहारे / उस दिन वह बड़ा खुश हुआ जब एक दिन केंद्र सरकार के एक कार्यालय से उसके पास फ़ोन आया / कार्यालय के , मानव संसाधन विभाग के लिए कुछ काम करने के लिए प्रारंभिक बातचीत के लिए उसे आमंत्रित किया था कार्यालय के वरिष्ठतम अधिकारी ने/
वह अपने बारे में सारे विवरण BIODATA, पहले से किये काम की प्रतियां ले कर जा पहुंचा निश्चित समय पर / डेढ़ घंटे की लम्बी प्रतीक्षा के बाद उसे बुलाया गया अन्दर/ बुरा तो उसे लग रहा था, परन्तु भला करने का बीड़ा जो उठा रखा था / अन्दर जाते ही साहब ने बड़े गर्मजोशी से स्वागत किया उसका और माफी मांगी देरी के लिए / उसने अनसुना करते हुए कहा काम की बात करें / साहब ने कहा हमारे मुख्यालय में वर्ष भर कार्मिकों का प्रशिक्षण चलता रहता है / छपे हुए कागजों से सिखाने का ज़माना अब लद गया / हमने सोचा दृश्य- श्राव्य AUDIOVISUALमाध्यम का सहारा ले कर कुछ नया काम किया जाए / किसीने हमें आपका नाम बताया / आप ऐसा करें कार्मिक के लिए अपने कर्तव्य पालन के क्षेत्र में नैतिकता, सच्चाई और साधुता का क्या महत्व है इस पर ८ - १० आलेख मुझे दिखाइए जितनी जल्दी हो सके/ हमारी समिति द्वारा पारित होते ही आप उन पर फिल्म बनाकर हमें दीजियेगा जो प्रशिक्षण के दौरान प्रदर्शित किये जायेंगे / उसने इजाज़त चाही और कहा कि वह आलेख इ मेल से भेज देगा ताकि समय की बचत हो /
१ महीने बाद उसे फ़ोन आया , सन्देश था बधाई हो आपके आलेख पारित हो गए / आप ३ बजे आ जाइये कुछ बातें हो जायेगी इस पर और आप अग्रीम भी ले लीजियेगा फिल्म बनाने के लिए और साथ में फिल्म बनाने के लिए आपके पारिश्रमिक का भी एक व्योरा जमा करना है आपको / निर्धारित समय पर वह जा पहुंचा और सारे कागजात जमा किये / साहब ने जब खर्चे का व्योरा देखा तो भौवें सिकोड़ ली और कहा , यह क्या १५ मिनट के ८ फिल्मों के लिए ३ लाख ? इसने कहा यह मेरा वास्तविक व्यय है क्या ज्यादा लगता है आपको ? साहब ने कहा , अरे भले मानुष ज़माने के साथ चलना सीखो २ घंटे के लिए ३ लाख ? इतने में आप क्या कमाओगे और हमारे हाथ क्या लगेगा / ऐसा करो इसे बढ़ा कर १५ लाख करो / खर्चे के बाद जो १२ बचा वह आधा आधा कर लेंगे /
एक झटके से वह खड़ा हो गया , साहब से माफी मांगी और कहा मेरे इतने समय बर्बाद करने का बहुत बहुत शुक्रिया / नैतिकता का पाठ पढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं आप , पहले नैतिकता क्या है यह तो जान लीजिये / आपके साथ काम करना मैं अपना नहीं कला और विद्या का अपमान समझता हूँ और निकल गया कमरे से
कुछ महीने बाद उसे पता चला कि उसीके आलेख पर विभाग ने किसी और के नाम से फ़िल्में बना ली जिन्हें प्रशिक्षण केंद्र में दिखाया जाता है / तब जा कर उसे पता चला इस देश रसातल में क्यों जा रहा है /
* मित्रों यह एक सच्ची घटना है , जब छोटे छोटे काम में ऐसा हो सकता है तो मंत्रालय में क्या होता होगा सोच लीजिये .
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