मित्रों आज की दूसरी पेरोडी यह रही ? यह गीत भी किशोर जी का गाया हुआ था एक और गीत "दिल को देखो चेहरा न देखो " , पर आधारित है / एक मंत्री है सफ़ेद बाल वाला , आज वही है निशाने पर , बेचारे ने जीवन भर चोर डाकुओं को बचने का काम किया , काफी माल कमाया ,फिर भी न जी नहीं भरा और न पेट / तो ग़ौर कीजिये इस पेरोडी पर
सर न देखो चेहरे को देखो,
चेहरा मेरा है खिला खिला
बाल जो सफ़ेद हैं कर देंगे काला ,-------------
जैसे ही मिल गया एक मौका हमको
कूद पड़े रे मैदान में
बांधी लंगोटी, माथे पे मिटटी
नाम लिखाया पहलवान में
दिया मैडम ने वर, वर्ना जाता मैं मर
जलता कैसे मेरे घर में चूल्हा, हाँ, बाल जो सफ़ेद हैं कर देंगे काला ,-------------
कितने असामी , कितने ही खूनी
सबसे यारी है अपनी
बनता वह मंत्री इस देश में तो
भारी हो जेब जिसकी जितनी
खर्च पहले किया, फिर वसूली किया
धंधा है बड़ा यह फायदेवाला ,बाल जो सफ़ेद हैं कर देंगे काला ,-------------
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