मित्रों आज की पेरोडी के लिए तैयार है न ? आज का मूल गीत कुछ हट कर है / यह गीत किशोर जी का गाया हुआ था "हम तो मोहब्बत करेगा" मतलब कुछ भी हो, पर आधारित है / बीच बीच में नायिका नूतन जी का एक एक वाक्य है जिसमें उन्होंने नायक का मजाक उड़ाया है / ठीक उसी तरह आज देश में नेता कहता है कुछ भी हो "हम तो घोटाला करेगा" और जनता भी एक एक वाक्य कहती है / ग़ौर कीजिये / नेता और जनता को उनका उनका हिस्सा दिया गया है पेरोडी में ध्यान दें इस बात पर
नेता -
हम तो घोटाला करेगा- जनता से नहीं डरेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा --
नेता बने हैं कैसे , हम ही तो जानते हैं
बेले पापड़ हैं कितने, हाथ यह जानते हैं
जनता -
तो गिनो न पापड़
नेता -
पापड़ अब नहीं गिनेगा- हरे हरे नोट चुनेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा -------
पास जो आये कोई , चढ़ता बुखार हमको
हर कोई कहता है यह कर दो उद्धार हमको
जनता -
अरे वाह रे सेवक
नेता -
सेवा अब न करेगा, मेवा ही तो खायेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा -------
जाने कल क्या हो जाए, इस पल में जी तो लें हम
पेड़ पांच साल का है, फल तोड़ के खा तो लें हम
जनता -
और उसके बाद
नेता -
कल को यहाँ क्या होगा- वह तो नहीं सोचेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा ------
नेता -
हम तो घोटाला करेगा- जनता से नहीं डरेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा --
नेता बने हैं कैसे , हम ही तो जानते हैं
बेले पापड़ हैं कितने, हाथ यह जानते हैं
जनता -
तो गिनो न पापड़
नेता -
पापड़ अब नहीं गिनेगा- हरे हरे नोट चुनेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा -------
पास जो आये कोई , चढ़ता बुखार हमको
हर कोई कहता है यह कर दो उद्धार हमको
जनता -
अरे वाह रे सेवक
नेता -
सेवा अब न करेगा, मेवा ही तो खायेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा -------
जाने कल क्या हो जाए, इस पल में जी तो लें हम
पेड़ पांच साल का है, फल तोड़ के खा तो लें हम
जनता -
और उसके बाद
नेता -
कल को यहाँ क्या होगा- वह तो नहीं सोचेगा
चाहे यह ज़माना कहे हम को कमीना ,अजी हम तो घोटाला करेगा ------
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