Wednesday, December 3, 2014



गंभीरता से सोचिए इस पर

हिन्दी में जब कोई बात करे तो
अनुप्रवेश अँग्रेज़ी वहाँ कर जाती है //
लेकिन अँग्रेज़ी बोलने जब भी लगो 
ज़ुबान धड़ल्ले से चलती रहती है //
अँग्रेज़ी अगर अकेली खड़ी रहती है
चलो उसको वैसे ही रहने तो दो //
हिन्दी बोलो तो शुद्ध बोलो भई
भाषा को खिचड़ी मत यूँ होने दो //
मेरी अपनी भाषा में कहे "कुंदन"
श्रेष्ठ शब्दों का विशाल भंडार //
तो फिर कहो विदेशी भाषा से
क्यों ले आऊँ मैं कोई शब्द उधार //

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