जिसे देखो- जिधर देखो,हर कोई नव वर्ष का शोर मचा रहा है मानो यह विलायत ही हो गया हो / खैर कोई बात नहीं , सबकी अपनी अपनी मर्जी, अपनी अपनी खुशी है भाई, हम होते ही कौन कहने वाले/ पर एक मित्रने पूछा ,भाई , तुम नव वर्ष नहीं मनाते हो आज के दिन / मैंने जवाब दिया मुझे मेरे "मन्नू मामा" से फुरसत मिले तब न कुछ करूँ /तो चलिए "कबाब में हड्डी" की तरह मामा को घसीट रहा हूँ यहाँ, अगर शौक हो तो पढियेगा / और मज़ा आये तो हंस भी लीजिएगा
आप सभी जानते हैं अपने मामा अक्सर होठों को सिये रहते हैं , मुश्किल से कभी कुछ बोलते हैं/ जब कभी बोलते हैं तो उनका एक ही तकिया कलाम होता है "मेरे पास कोई जादू की छडी तो है नहीं " / यह सुनते सुनते मेरे कान पक गए और एक दिन मैं जा धमका मामा के यहाँ / मामा से मैंने कहा , क्या मामा, तुम तो मेरी इज्ज़त के चीथड़े उड़ा दोगे / जानते हो तुम्हारी वजह से मेरी जग हंसाई हो रही है / भाँजा इतना बड़ा जादूगर है और तुम कहते रहते हो मेरे पास जादू की छडी नहीं है / अच्छा एक बात बताओं यहाँ से न तुम कहीं जाओगे न मैं कहीं लेकिन तुम ऐसा का सकोगे क्या कि मैं तुम को देख न पाऊँ ? मामने कहा ऐसा कैसे हो सकता है ? / मैंने कहा वही तो फर्क है मामा और भाँजे में / मैं वह जादू करके दिखा सकता हूँ / मामा अचम्भे में पड़ गए और कहा अच्छा ज़रा देखें तो / तब मैंने कहा अच्छा चलो पहले आँखें बंद करो / मामाने कर लिए /मैंने पूछा मामा देख सकते हो क्या मुझे अब ? / मामा ने कहा अरे वाह भाँजे , मानना पड़ेगा तुमको / मैंने कहा मामा तुम भी ऐसा ही कर लो जिस तरह होंठ और कान बंद रखते आये हो अब आगे से आँखें भी बंद रखा करो सब ठीक हो जाएगा / शायद मामा अब ऐसा ही करेगा ......
आप सभी जानते हैं अपने मामा अक्सर होठों को सिये रहते हैं , मुश्किल से कभी कुछ बोलते हैं/ जब कभी बोलते हैं तो उनका एक ही तकिया कलाम होता है "मेरे पास कोई जादू की छडी तो है नहीं " / यह सुनते सुनते मेरे कान पक गए और एक दिन मैं जा धमका मामा के यहाँ / मामा से मैंने कहा , क्या मामा, तुम तो मेरी इज्ज़त के चीथड़े उड़ा दोगे / जानते हो तुम्हारी वजह से मेरी जग हंसाई हो रही है / भाँजा इतना बड़ा जादूगर है और तुम कहते रहते हो मेरे पास जादू की छडी नहीं है / अच्छा एक बात बताओं यहाँ से न तुम कहीं जाओगे न मैं कहीं लेकिन तुम ऐसा का सकोगे क्या कि मैं तुम को देख न पाऊँ ? मामने कहा ऐसा कैसे हो सकता है ? / मैंने कहा वही तो फर्क है मामा और भाँजे में / मैं वह जादू करके दिखा सकता हूँ / मामा अचम्भे में पड़ गए और कहा अच्छा ज़रा देखें तो / तब मैंने कहा अच्छा चलो पहले आँखें बंद करो / मामाने कर लिए /मैंने पूछा मामा देख सकते हो क्या मुझे अब ? / मामा ने कहा अरे वाह भाँजे , मानना पड़ेगा तुमको / मैंने कहा मामा तुम भी ऐसा ही कर लो जिस तरह होंठ और कान बंद रखते आये हो अब आगे से आँखें भी बंद रखा करो सब ठीक हो जाएगा / शायद मामा अब ऐसा ही करेगा ......
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