Wednesday, January 4, 2012

देश की हालत को ले कर महादेव शिव जी के चरणों में एक निवेदन / कृपया पढ़िए और अपने टिप्पणी देने की कृपा करें

देवाधिदेव हे महादेव कब तक रहोगे तप में मगन
भक्त तुम्हारे इस धरती पर करेंगे अत्याचार सहन //
जिसने तुमपर श्रद्धा रखी , उसीको सारे दुःख ही मिले 
जिसने तुम पर जल चढ़ाया,तपती रेत पर वह जले
कब तक परखोगे प्रियजन को ,सहा न जाए अब दहन
भक्त तुम्हारे इस धरती पर, करेंगे अत्याचार सहन // --------------
पीड़ित जनों की करुण कहानी अब तो गंगाधर सुनो
दुष्ट जनों के अपकर्मों की गाथा अब तुम ही सुनो
भस्म करो पापियोंको , खोल के अपना तृतीय नयन
भक्त तुम्हारे इस धरती पर करेंगे अत्याचार सहन // -----------
डम डम डम डमरू बजा कर त्रिशूल ले लो हाथ में
नराधमों को हे जटाधर अब सौंपो यम के हाथ में
धरा पे आओ हे शिवशंकर , सुनकर भक्तों के क्रंदन
भक्त तुम्हारे इस धरती पर करेंगे अत्याचार सहन // -------------

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