Sunday, July 27, 2014



* नोट " " में फिल्मों के नाम हैं

"आज का एम एल ए" समझे " बेवक़ूफ़" " अवाम" को
हर "देश प्रेमी" है "भोला भाला" जपता है "तेरे नाम " को--1
आए कभी बन "बंबई का बाबू" और कभी "बंबई का चोर"
"क़समें वादे" खाए "रात और दिन" लाएँगे "हम" "नया दौर"--2
"चेहरे पे चेहरा" लगा कर फिरते रहते हैं यह "बे-ईमान"
:नमकहलाल" खुदको बताए"हक़ीक़त" में जो "नमक हराम"--3
"सच्चाई" की बनगयी "समाधि" "लफंगे" की हो रही "जीत"
"दुनिया " पर कहती है "यकीन" से " प्रीत ना जाने रीत "--4
यह कैसी"गहरी चाल" है खाए "संसार" "चक्कर पे चक्कर
"लूट मार" मचा "शरीफ बदमाश" हो जाते हैं "रफू चक्कर:--5
"गंगा जमुना" का है :किनारा" फिर भी :"आदमी" है "प्यासा"
"दस नंबरी" बन गया "सन्यासी" "नसीब" है "कलयुग" ऐसा--6
"राम तेरे देश में " " आज और कल" "ख़ुदग़र्ज़" पाए "इज़्ज़त"
"अपन देश" का देखो हाल " पैसा ही पैसा" बना दे "क़िस्मत "--7
"तक़दीर"पर "आँसू" न बहा छोड़ "फरियाद" "खोज" "नई राहें"
"कुंदन" बन तू "शोले" में जलकर "नया ज़माना" की फैली बाहें-- 8

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