मित्रों एक और साईं भजन प्रस्तुत है आपके लिए
चिंता जग की तू छोड़ रे भोले, साईं पे ध्यान तू रखना सदा
होगी आसान हर मुश्किल रे, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
खंडहर था ठिकाना जिसका, पर सबको मालामाल किया
खोजे सामान तू ऐश का क्यों, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
एक ही तख्ता ईंट सिरहाने , चैन की नींद में रहा मगन
कुछ तो सीख अरे उनसे तू , साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
जिसने किया बुरा भी उनका, उनसे भी किया उन्होंने प्यार
बैरका मैल न कभी मन में ला, साईं पे ध्यान तू रखना सदा --
कल की चिंता कर कर के , जोड़ता रहा तू कौड़ी हरदम
भूल के सब तू पूण्य कमा रे, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
चिंता जग की तू छोड़ रे भोले, साईं पे ध्यान तू रखना सदा
होगी आसान हर मुश्किल रे, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
खंडहर था ठिकाना जिसका, पर सबको मालामाल किया
खोजे सामान तू ऐश का क्यों, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
एक ही तख्ता ईंट सिरहाने , चैन की नींद में रहा मगन
कुछ तो सीख अरे उनसे तू , साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
जिसने किया बुरा भी उनका, उनसे भी किया उन्होंने प्यार
बैरका मैल न कभी मन में ला, साईं पे ध्यान तू रखना सदा --
कल की चिंता कर कर के , जोड़ता रहा तू कौड़ी हरदम
भूल के सब तू पूण्य कमा रे, साईं पे ध्यान तू रखना सदा ---
No comments:
Post a Comment