देश में जो हालत है स्पष्ट है कि हर चिंतनशील व्यक्ति के लिए यह एक मानसिक तनाव का कारण बन गया है./ हम कुछ कर तो नहीं सकते , पर एक आध पैरोडी डाल कर आपके तनाव को कुछ कम तो करने का प्रयास कर सकते हैं / आज के पैरोडी का मूल गीत है फिल्म "रजा और रंक " का गीत "मेरा नाम है चमेली" / पढ़िए
मैं हूँ ज़हरीली नागिन - चाहे लाख बजा लो बीन
कोई होगा न असर इसका मुझ पे
मुझे जानो न तुम कम , बोलो किसमें है इतना दम
जो टक्कर लेगा आ कर यहाँ मुझ से -----------------
सारे देश से चुन चुन के लाई हूँ ऐसे चमचे
रात दिन जो गाते रहेंगे गीत मेरे गुण के
अरे --- जादू टोना मैंने ऐसा किया ---
जनता को भरमाया ऐसे ताला लगा होठों पे , मैं हूँ------
मिडिया जिसको कहते हो रे , उसके मैंने खरीदा
मेरी काली करतूतों पर सब डालते हैं यह परदा
अरे --- ऐसे लोग जो साथ रहें ---
पांचो ऊंगले घी में होगी, रहेंगे मालिक बन के , मैं हूँ----
जनता जो इस देश की है रे , वह है भोली कितनी
आपस में यह लड़ मरते हैं, चाल चलें हम अपनी
अरे -- कैसी अकाल पायी हमने ---
विदेशी यह परिवार हमारा, भारी है यहाँ जनता पे , मैं हूँ ---
मैं हूँ ज़हरीली नागिन - चाहे लाख बजा लो बीन
कोई होगा न असर इसका मुझ पे
मुझे जानो न तुम कम , बोलो किसमें है इतना दम
जो टक्कर लेगा आ कर यहाँ मुझ से -----------------
सारे देश से चुन चुन के लाई हूँ ऐसे चमचे
रात दिन जो गाते रहेंगे गीत मेरे गुण के
अरे --- जादू टोना मैंने ऐसा किया ---
जनता को भरमाया ऐसे ताला लगा होठों पे , मैं हूँ------
मिडिया जिसको कहते हो रे , उसके मैंने खरीदा
मेरी काली करतूतों पर सब डालते हैं यह परदा
अरे --- ऐसे लोग जो साथ रहें ---
पांचो ऊंगले घी में होगी, रहेंगे मालिक बन के , मैं हूँ----
जनता जो इस देश की है रे , वह है भोली कितनी
आपस में यह लड़ मरते हैं, चाल चलें हम अपनी
अरे -- कैसी अकाल पायी हमने ---
विदेशी यह परिवार हमारा, भारी है यहाँ जनता पे , मैं हूँ ---
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