एक संगीतकार थे ओंकार प्रसाद नय्यर- एक से बढ़ कर एक गीत बनाए उन्होने . एक गीत था उनका " हमको तुम्हारे इश्क़ ने क्या क्या बना दिया " आइए उसकी पेरोडी सुनें
तेरी निकम्मी राज ने यह क्या ग़ज़ब किया
जो न देखा न सुना कभी वह काम कर दिया ---
डिंगें तू मारता रहा किया मुल्क़ का है काम
पर सच है यह कि काम तमाम मुल्क़का किया---
टी वी पे बोलता है कि अनाज मिलता टके सेर
पर कांधा - बताता बाज़ार से तो गायब हो गया ---
शर्मो लिहाज सारे बेच कर खाए है जो तूने
जाने क्यों तुझको पैदा तेरे माँ बाप ने किया ---
तहज़ीब सिखाने चले है तेरे चाटुकारों की फ़ौज़
औरों को कहा "दानव" यह क्या याद न रहा ----
इस देश को दुश्मनों से कोई ख़ौफ़ न "कुंदन"
दुश्मन भी न कर सकेंगे जो तूने है किया ----
यह किसके लिए लिखा है बताना ज़रूरी है क्या ?
तेरी निकम्मी राज ने यह क्या ग़ज़ब किया
जो न देखा न सुना कभी वह काम कर दिया ---
डिंगें तू मारता रहा किया मुल्क़ का है काम
पर सच है यह कि काम तमाम मुल्क़का किया---
टी वी पे बोलता है कि अनाज मिलता टके सेर
पर कांधा - बताता बाज़ार से तो गायब हो गया ---
शर्मो लिहाज सारे बेच कर खाए है जो तूने
जाने क्यों तुझको पैदा तेरे माँ बाप ने किया ---
तहज़ीब सिखाने चले है तेरे चाटुकारों की फ़ौज़
औरों को कहा "दानव" यह क्या याद न रहा ----
इस देश को दुश्मनों से कोई ख़ौफ़ न "कुंदन"
दुश्मन भी न कर सकेंगे जो तूने है किया ----
यह किसके लिए लिखा है बताना ज़रूरी है क्या ?
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