फिल्म ससुराल का एक गीत था
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो
(आज के सन्दर्भ में आगे का गीत ऐसा है )
लोग तो कहते अपने देश में जन तंत्र है जारी
फिर क्यों बोलो एक परिवार सारे देश पे भारी
इंसान बन कर देश में जब सब भेड़ ही कहलाए
फिर क्यों बोलो कोई देश में "युवराज" क्यों न होये
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो --------------
बिना धंधे के कोई यहाँ पर करोड़ों से क्यों खेले
मेहनतकश क्यों टेक्स चुका कर सारे दुख ही झेले
रीढ़ की हड्डी न हो जैसे कहो कोई यहाँ क्यों रेंगे
नेता को जब बाप कहोगे क्यों न दिखलाए ठेंगे
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो --------------
आप में से कोई इसे आगे बढ़ाना चाहेंगे ?
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो
(आज के सन्दर्भ में आगे का गीत ऐसा है )
लोग तो कहते अपने देश में जन तंत्र है जारी
फिर क्यों बोलो एक परिवार सारे देश पे भारी
इंसान बन कर देश में जब सब भेड़ ही कहलाए
फिर क्यों बोलो कोई देश में "युवराज" क्यों न होये
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो --------------
बिना धंधे के कोई यहाँ पर करोड़ों से क्यों खेले
मेहनतकश क्यों टेक्स चुका कर सारे दुख ही झेले
रीढ़ की हड्डी न हो जैसे कहो कोई यहाँ क्यों रेंगे
नेता को जब बाप कहोगे क्यों न दिखलाए ठेंगे
एक सवाल मैं करूँ एक सवाल तुम करो
हर सवाल का सवाल ही जवाब हो --------------
आप में से कोई इसे आगे बढ़ाना चाहेंगे ?
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