अचानक याद आ गया "कश्मीर की कली" का गीत "इशारों इशारों में दिल लेनवालेे" सोचा उस पर एक पेरोडी हो जाए - आप खुश तो हो लें ज़रा पढ़ कर
देश की बलि ( कश्मीर की कली का रीमिक्स)
मीठी मीठी बातें सुना के ओ नेता - हासिल करना वोट तूने सीखा कहाँ से
खा के धोखा हर बार यकीन हम पे करना अरे ओ मूरख तूने सीखा जहाँ से---
ओ जो तूने हरे नोट दिए - उसी से जी ललचा गया
पुरानी यादों को भुला - मैं झाँसे में फिर आ गया ,मैं झाँसे में फिर आ गया
यह सब जादू टोना- मुझे "भेड़"बनाना - बता ओ नेता तूने सीखा कहाँ से
खा के धोखा हर बार यकीन हम पे करना अरे ओ मूरख तूने सीखा जहाँ से-----
वो जो देश का सोचें भला - वो लालच में आते नहीं
जीत जाएँगे जब हम चुनाव - करेंगे क्या जानते नहीं; करेंगे क्या जानते नहीं;
बुरी बाला लालच है गुरु ने कहा था - उसे भूलना तूने सीखा कहाँ से
मीठी मीठी बातें सुना के ओ नेता - हासिल करना वोट तूने सीखा कहाँ से-----
हम ने माना ओ नेता प्यारे - लाखों में तुम एक हो
अगर साथ देते ना हम - सोचो कि तुम क्या फिर हो;सोचो कि तुम क्या फिर हो
चलो हाथ मिला लो- मुझे साथ ले लो - करेंगे गुज़ारा जो दे तू दया से ------
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