मित्रों, सच कहूं तो आज मैं बहुत दुखी हूँ / मेरी ग़लती की सज़ा कोई और भोग रहा है / दोपहर से देख रहा हूँ हर कोई लाल पीला हो रहा है , मोंटेक सिंह पर क्यों कि उसने शौचालय पर ३५ लाख खर्च करवा दिए/ क़सम से, कसूर उसका नहीं , सारा क़सूर तो मेरा है / कुछ दिन पहले उसने मुझे फ़ोन पर कहा अरे भाई क्या सिर्फ अपने मामा पर ही पैरोडी लिखते रहोगे? हम भी सरदार हैं ,नीली पगड़ी भी बांधते हैं और कमीनेपन और स्वार्थी चाल में तुम्हारे मामा से कोई कम नहीं हैं / ठीक है, हम भी कुछ ऐसा करते हैं कि तुम मजबूर हो जाओगे हम पर पैरोडी लिखने को / तो बताइए कसूर मेरा है या उसका / मैंने अगर पहले से उस पर पैरोडी लिख दी होती तो शायद ३५ लाख बर्बाद होने से बच जाते / वैसे जब इनके खाने पीने का बोझ हम पर है तो इनके शौच की सुविधा का जिम्मा भी तो हम ही लेंगे न ? खैर मज़ा लें..
मूल गीत - फिल्म तीसरी क़सम
दुनिया बनानेवाले , क्या तेरे मन में समाई
काहेको मोंटेक बनाई , तूने काहे को मोंटेक बनाई ----
काहे बनाये तूने योजना आयोग
वहां बिठाए कैसे कैसे यह दानव
कोई न योजना कैसा यह आयोग
सभीने लगाया मेरे देशको देखो रोग
रोग लगा दी पर- कभी न दी है दवाई , काहे को मोंटेक--
खाने को ३२ और शौच के ३५ लाख
हम तो हुए ख़ाक, बन गयी इनकी साख
बन्दर के हाथों में उस्तरा थमाया
गर्दन कटे न कहीं भय है समाया
भयभीत जनता जहाँ कैसे होगी भलाई , काहे को मोंटेक--
एक है मोंटेक यहाँ - एक मनमोहन
मन से नहीं नाता, इनको लुभाए धन
क्रिया करम किया दोनों ने देश का
अफ़साना क्या सुनाएँ हम इनके ऐश का
भोंपू इमानदारी की इन अय्याशों ने बजाईए, काहे को मोंटेक---
नोट - अगर आप को यह पसंद आया तो दूसरा भी डालता हूँ कुछ हे देर में
मूल गीत - फिल्म तीसरी क़सम
दुनिया बनानेवाले , क्या तेरे मन में समाई
काहेको मोंटेक बनाई , तूने काहे को मोंटेक बनाई ----
काहे बनाये तूने योजना आयोग
वहां बिठाए कैसे कैसे यह दानव
कोई न योजना कैसा यह आयोग
सभीने लगाया मेरे देशको देखो रोग
रोग लगा दी पर- कभी न दी है दवाई , काहे को मोंटेक--
खाने को ३२ और शौच के ३५ लाख
हम तो हुए ख़ाक, बन गयी इनकी साख
बन्दर के हाथों में उस्तरा थमाया
गर्दन कटे न कहीं भय है समाया
भयभीत जनता जहाँ कैसे होगी भलाई , काहे को मोंटेक--
एक है मोंटेक यहाँ - एक मनमोहन
मन से नहीं नाता, इनको लुभाए धन
क्रिया करम किया दोनों ने देश का
अफ़साना क्या सुनाएँ हम इनके ऐश का
भोंपू इमानदारी की इन अय्याशों ने बजाईए, काहे को मोंटेक---
नोट - अगर आप को यह पसंद आया तो दूसरा भी डालता हूँ कुछ हे देर में
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