अब तो भैया, पैरोडी के अलावा और कुछ लिखने का मन ही नहीं होता है / एक तो मन तोडा सा हल्का हो जाता है और ४ लोगों को खुशी मिलती है, ज्यादा न सही / इसी बहाने थोडा सा पुण्य कमा लेते हैं/ तो आज का मूल गीत है फिल्म "उड़न खटोला" से "मोहब्बत की राहों में चलना संभल के " देश की हालत पर है यह व्यंग
सच्चाई की राहों में चलना संभल के
यहाँ जो भी आया, बना वह तो जेल के ,----
न पायी किसीने न्याय की मंजिल
जाने टूटी कितनी जोड़ी चप्पल के ,------
हमें देती दावत मक्कारों की दुनिया
हंसी वह उडाये मेरे इन उसूल के ,-----
तोड़ दे न तुझको तेरी यह सरकार
पुलिस साथ उसके रहना संभल के -----
सारे कसाई आज राजा बने हैं
जेबें भरें अपनी शरीफों को छल के ,----
जो है चोर पाजी, बना है ईमानदार
धरम खो गयी है, लंगडी चाल चल के ,-----
दिन यह फिरेंगे एकदिन होंगी बहारें
बंधाती है हिम्मत, इशारे यह दिल के ,---
बहरे बने हो क्या हे भगवन बताओ
करो कारनामा अब तो तुम ही कमाल के ------
सच्चाई की राहों में चलना संभल के
यहाँ जो भी आया, बना वह तो जेल के ,----
न पायी किसीने न्याय की मंजिल
जाने टूटी कितनी जोड़ी चप्पल के ,------
हमें देती दावत मक्कारों की दुनिया
हंसी वह उडाये मेरे इन उसूल के ,-----
तोड़ दे न तुझको तेरी यह सरकार
पुलिस साथ उसके रहना संभल के -----
सारे कसाई आज राजा बने हैं
जेबें भरें अपनी शरीफों को छल के ,----
जो है चोर पाजी, बना है ईमानदार
धरम खो गयी है, लंगडी चाल चल के ,-----
दिन यह फिरेंगे एकदिन होंगी बहारें
बंधाती है हिम्मत, इशारे यह दिल के ,---
बहरे बने हो क्या हे भगवन बताओ
करो कारनामा अब तो तुम ही कमाल के ------
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