Saturday, August 10, 2013



एक बड़ा प्यारा सा गीत था नानी तेरी मोरनी को मोर ले गये- उसकी पेरोडी ज़रा देखिए आज

मामा तेरे कारण यह देश डूब गया
सोने की चिड़ियाका सारा पंख नोच लिया----

कैसी तूने की पढ़ाई- अक्ल तेरी क्या है
120 की के.जी पर जब बैंगन बिकता है
अर्थ कोई तो न रहा रे तेरे अर्थशास्त्रका
कैसे तूने गुल खिलाए तेरे व्यर्थशास्त्र का
मामा तेरे---------------------

देश के अंदर गड़बड़ी और सीमापे है हमला
लानत तेरी नीयत पे जो होता है घोटाला
महँगाई बन बैठा दानव पीता खून हमारा
कानपे तेरी जूँ न रेंगे सत्यानाश हो तेरा
मामा तेरे------------------

कब तक तू यूँ मूँग दलेगा छाती पे हमारे
क्या वह दिन न आनेवाला जब तू मामा सुधरे
हे प्रभु अब लीला दिखाओ देशको अब बचाओ
या हमें तुम पास बुलालो या मामाको ले जाओ
मामा तेरे कारण यह देश डूब गया
सोने की चिड़ियाका सारा पंख नोच लिया----

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